16 अगस्त 2025
आज आपके लिए अनुग्रह!
महिमा का पिता हमें अपनी मित्रता का उत्तम उपहार देता है।
पिता और मसीह के प्रिय!
इस सप्ताह हमने परमेश्वर के हृदय की गहराई को जाना: वह हमें मित्र कहते हैं, हमें उस आत्मीयता में खींचते हैं जहाँ उनकी आत्मा पिता की इच्छा प्रकट करती है। यह मित्रता तब वास्तविक हो जाती है जब हम उनके अनुग्रह की प्रचुरता और धार्मिकता के उपहार को प्राप्त करते हैं।
धार्मिकता कोई अमूर्त विचार नहीं है—यह यीशु का स्वयं का जीवन है जो हमें प्रदान किया गया है। यूनानी शब्द डोरिया हमें दिखाता है कि यह उपहार एक व्यक्ति है—धार्मिकता की पवित्र आत्मा—जो सक्रिय रूप से हमें मसीह के स्वरूप में रूपांतरित करती है।
इसलिए, जब हम साहसपूर्वक स्वीकार करते हैं, “मैं मसीह यीशु में परमेश्वर की धार्मिकता हूँ,” तो हमारी पहचान सुरक्षित हो जाती है, और हम आत्मविश्वास से परमेश्वर द्वारा हमारे लिए निर्धारित नियति में कदम रखते हैं।
✨ पाँच दिवसीय यात्रा का सारांश
1. दिन 1: परमेश्वर हमें गहरी, घनिष्ठ मित्रता में आमंत्रित करते हैं।
2. दिन 2: इस मित्रता में प्रवेश का एकमात्र रास्ता उनकी धार्मिकता के उपहार (दोरिया) के माध्यम से है।
3. दिन 3: धार्मिकता का उपहार (दोरिया) हमारी मानसिकता को बदलने के लिए अनुग्रह को सक्रिय करता है।
4. दिन 4: दोरिया (उपहार) हमें बदलता है; करिश्मा (अनुग्रह) प्रकट करता है कि परमेश्वर हमारे माध्यम से क्या कर सकते हैं और जब हम प्रतिदिन उनकी धार्मिकता प्राप्त करते हैं तो ये दोनों प्रवाहित होते हैं।
5. दिन 5: धार्मिकता का उपहार (दोरिया) स्वयं पवित्र आत्मा है—जो हमें इस संसार में यीशु के रूप में जीने के लिए रूपांतरित करता है।
मेरा विश्वास स्वीकार
मैं मसीह यीशु में परमेश्वर की धार्मिकता हूँ!
मसीह मुझमें परमेश्वर का डोरिया और उसकी धार्मिकता है—वह मुझमें स्वयं को प्रतिरूपित करता है और मुझे आशीषों का स्रोत बनाता है!
मैं परमेश्वर का मित्र हूँ!
आमीन 🙏
पुनरुत्थानित यीशु की स्तुति हो!
ग्रेस रेवोल्यूशन गॉस्पेल चर्च